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मुख्य लेखा नियंत्रक

श्री तरनजीत सिंह

आईसीएएस मुख्य लेखा नियंत्रक (सीसीए) है

मुख्य लेखा नियंत्रक की भूमिका

विभाग के सचिव मुख्य लेखा प्राधिकारी हैं। मुख्य लेखा प्राधिकारी के रूप में उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने में है। वित्तीय सलाहकार और मुख्य लेखा नियंत्रक उनकी सहायता करते हैं मुख्य लेखा नियंत्रक रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के लेखा संगठन के प्रमुख हैं उनके कर्तव्यों के निर्वहन में 2 पीएओ और 3 एएओ (01 पीएओ 01 एएओ दिल्ली में कार्यरत हैं और 01 पीएओ और 02 एएओ भोपाल, मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं) उनकी सहायता करते हैं। मुख्य लेखा नियंत्रक एक पीएओ और एक एएओ को मिलाकर बनाई गई एक आंतरिक लेखापरीक्षा विंग के प्रभारी भी हैं। मुख्य लेखा नियंत्रक द्वारा निष्पादित किए जाने वाले कार्य निम्नानुसार हैं:

  1. रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत व्यक्तिगत दावों, अनुदान सहायता, ऋण और निवेश से संबंधित रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के सभी भुगतान करना।
  2. रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्ति लाभों का भुगतान करना।
  3. विभाग के सभी भुगतानों और प्राप्तियों का लेखा-जोखा और विनियोग खातों, वित्त खातों और केंद्रीय लेनदेन के विवरण का मासिक और वार्षिक आधार पर समेकन।
  4. जीएफआर के प्रावधानों के अनुसार सस्पेंस खातों के तहत अल्पतम शेष राशि वाले खातों का कुशल तरीके से संचालन करना
  5. भारत की संचित निधि से जारी निधियों का सदुपयोग तथा लेखा अभिलेखों के रख-रखाव को सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक लेखा परीक्षण करना।
  6. रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग का प्राप्ति बजट तैयार करना।
  7. व्यय नियंत्रण और व्यय की सही स्थिति बनाए रखने में विभाग के मुख्य लेखा अधिकारी और वित्तीय सलाहकार की सहायता करना।
  8. पीएसयू के साथ भारत सरकार के ऋण और इक्विटी के खातों का संचालन करना।
  9. भोपाल गैस राहत त्रासदी के लिए दावों के निपटान के संबंध में राशि की प्राप्ति और संवितरण और राहत उद्देश्यों के लिए खातों का संचालन।
  10. भोपाल गैस रिसाव त्रासदी से प्रभावित व्यक्तियों को राहत (अंतरिम राहत सहित) के रूप में राशि का वितरण करना।
  11. लेखा महानियंत्रक के कार्यालय और रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के बीच समन्वय करना।
  12. लेखा संबंधी मामलों में विभाग को सलाह देना।
  13. लेखा महानियंत्रक कार्यालय के दिशा-निर्देशों के तहत स्थानांतरण, पोस्टिंग और पदोन्नति सहित लेखा विंग की स्थापना का कार्य देखना।
  14. लेखा महानियंत्रक के समग्र दिशानिर्देशों के तहत लेखा संगठन में पीएफएमएस और आईटी योजना का कार्यान्वयन।
  15. भारतीय रिजर्व बैंक के साथ सरकारी बहियों में रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के नकद शेषों का मिलान करना।
  16. आमेलित डीडीओ योजना के तहत, मंत्रालय की रोकड़ शाखा मुख्य लेखा नियंत्रक को रिपोर्ट करती है।
  17. सीपीएओ को पेंशन के प्राधिकार के साथ-साथ पेंशन का संशोधन।
  18. वित्तीय सलाहकार द्वारा सौंपा गया कोई अन्य कार्य।

उपर्युक्त कार्यों के साथ-साथ, कुछ विशिष्ट कार्योंमें निम्नलिखित कार्य शामिल हैं:
रसायन और उर्वरक मंत्रालय में लेखा संगठन के प्रमुख होने के नाते मुख्य लेखा नियंत्रक तीन अनुदानों के संबंध में। निम्नलिखित दस्तावेजों को तैयार करने और उन्हें ऑडिट, लेखा महानियंत्रक और वित्त मंत्रालय प्रस्तुत करने के लिए जिम्मेदार हैं।

  • विनियोग खातें चार चरण
  • वित्त लेखा विवरण
  • केंद्रीय लेनदेन का विवरण (एससीटी)
  • प्राप्ति बजट / एफआरबीएम विवरण आदि।
  • एमआईएस रिपोर्ट
  • पीएफएमएस का कार्यान्वयन
  • खाते एक नज़र में
  • वार्षिक लेखापरीक्षा समीक्षा (योजना/कार्यान्वयन/समीक्षा/डिपोजिटिंग आदि)
  • प्री-चेक / प्री-ऑडिट
  • सूचना प्रौद्योगिकी, पीएफएमएस और ई-लेखा
  • मासिक खाता
  • वार्षिक लेखा
  • ऋण/अग्रिम/सहायता अनुदान-ब्याज/निवेश आदि।

मुख्य लेखा नियंत्रक का कार्यालय नई पेंशन योजना के रिकॉर्ड को बनाए रखने और नोडल एजेंसी यानी एनएसडीएल आदि को सरकार/कर्मचारी का अंशदान भेजने के लिए भी उत्तरदायी है। मुख्य लेखा नियंत्रक (सीसीए) का कार्यालय विभिन्न आहरण एवं संवितरण अधिकारियों की इकाइयों/कार्यालयों के सभी लेखांकन और आंतरिक लेखापरीक्षा नियंत्रण कार्य के लिए उत्तरदायी है।
मुख्य लेखा नियंत्रक का कार्यालय
रसायन और उर्वरक मंत्रालय
रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग
सातवां तल, जनपथ भवन, नई दिल्ली
टेलीफोन नंबर: 23323948, फैक्स नंबर: 23731140

क्रम संख्याशीर्षकविवरण/डाउनलोड
1बजट 2020-21डाउनलोड
230.9.18 को गैर कर राजस्व प्राप्तियों का विवरणडाउनलोड
319.03.2021 तक के प्रगतिशील व्यय का विवरणडाउनलोड
4बकाया उपयोगिता प्रमाण पत्र 19.03.2021डाउनलोड
5बकाया उपयोगिता प्रमाण पत्रदेखें
6डीबीटी कार्यान्वयन (भाग 2))देखें
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