रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग दिसंबर 1989 तक उद्योग मंत्रालय के अधीन था। उसके पश्चात इसे पेट्रोलियम और रसायन मंत्रालय के अधीन लाया गया। रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग को 5 जून, 1991 को रसायन और उर्वरक मंत्रालय को अंतरित किया गया।
विभाग में पांच प्रमुख प्रभाग हैं अर्थात रसायन, पेट्रोरसायन, प्रशासन, सांख्यिकी एवं निगरानी (एस एंड एम) और आर्थिक प्रभाग। आंतरिक वित्त प्रभाग रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तीन विभागों के लिए साझा है। रसायन क्षेत्र में तीन केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (सीपीएसयू) हैं जिनके नाम हैं; हिंदुस्तान ऑर्गेनिक केमिकल्स लिमिटेड (एचओसीएल), एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड और हिंदुस्तान फ्लूरोकार्बन लिमिटेड (एचएफएल), जो एचओसीएल की सहायक कंपनी है और पेट्रोरसायन क्षेत्र में एक सीपीएसयू अर्थात ब्रह्मपुत्र क्रैकर एंड पॉलिमर लिमिटेड (बीसीपीएल) है। सेंट्रल इंस्टीेट्यूट ऑफ प्लाअस्टि्क्सै इंजीनियरिंग एंड टेक्नोपलॉजी (सिपेट) और इंस्टिूट्यूट फॉर्म्यू्लेशन टेक्नोूलॉजी (आइपीएफटी) विभाग के अधीन स्वाटयत्तह संस्थान हैं।
डॉ मनसुख मांडविया रसायन और उर्वरक मंत्री हैं। श्री भगवंत खुबा रसायन और पेट्रोकेमिकल्स राज्य मंत्री हैं। श्री अरुण बरोका ने 16.09.2022 को विभाग में सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया।
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